Kavya Soni

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -10-Nov-2022 प्रेम या बंधन

पुरुष  प्रेम को एक बंधन में

स्त्री प्रेम बंधन को मुक्ति जाने

पुरुष प्रेम तो चाहे
पर प्रेम बंधन से घबराए

स्त्री प्रेम बंधन में पूरी तरह
बंध जाना चाहे
प्रेम में इसी वजह से
समर्पण कर पाए

पुरुष प्रेम को सिर्फ रिश्ता जाने
स्त्री प्रेम को इबादत माने

ये कारण है पुरुष का प्रेम 
हदों में बंध जाए

और स्त्री का प्रेम दायरों के पार पहुंच जाए
स्त्री प्रेम में अपना सब कुछ समर्पित कर
सुकून का अनुभव पाए

और पुरुष के प्रेम में भी अहम की झलक नजर आए


   17
8 Comments

Dr. Arpita Agrawal

08-Jan-2023 02:41 PM

Beautiful

Reply

Gunjan Kamal

15-Nov-2022 06:15 PM

शानदार

Reply

Zakirhusain Abbas Chougule

12-Nov-2022 11:42 PM

बहुत खूब

Reply